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Reconstruction of the CISF killing incident in Damdaha
राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़ : सालानपुर थाने के रूपनारायणपुर फाड़ी अंतर्गत बंगाल-झारखंड सीमा पर दोमदोहा के डांगा इलाके में 23 अप्रैल को हुई सीआईएसएफ जवान सुनील पासवान की हत्या की जांच में नाटकीय मोड़ आ गया है।
गुरुवार को पुलिस ने मुख्य आरोपी युवराज सिंह के साथ घटनास्थल पर हत्या के सीन का पुनर्निर्माण किया, जिससे इस सनसनीखेज मामले की जांच को नई दिशा मिल गई है।
इस पुनर्निर्माण में युवराज से घटना वाले दिन की गतिविधि, हथियार चलाने का तरीका और कड़ी सुरक्षा के बीच भागने का रास्ता दोहराया गया। सीसीटीवी फुटेज और पूरे विश्लेषण के साथ इस पुनर्निर्माण से जांच में अहम सुराग मिले हैं। घटना का पुनर्निर्माण करते हुए, युवराज सिंह ने पुलिस के सामने कबूल किया कि घटना के दिन, उसने सुनील पासवान के घर पर गोगो नामक एक मादक पदार्थ का सेवन किया था। उस समय, उस स्थान के मालिक, सीआईएसएफ जवान सुनील पासवान ने आकर उसके साथ दुर्व्यवहार किया और उसके हाथ में शराब की बोतल पकड़ा कर उसे डराने की कोशिश की। तब, युवराज ने उसे डराने के लिए एक गोली हवा में चलाई, लेकिन जब सुनील पासवान न डरते हुए उस पर ज्यादा हमला किया, तो युवराज ने उसके सिर में गोली मार दी और भाग गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस घटना में पुलिस ने सबसे पहले राहुल गुप्ता उर्फ मुर्गी को गिरफ्तार किया और युवराज का नाम पता किया। उसके बाद, रूपनारायणपुर चौकी की पुलिस ने जामतोरा कोर्ट में आवेदन दिया और युवराज सिंह को गिरफ्तार कर लिया और उसे 10 दिनों की पुलिस हिरासत में ले लिया। और उससे पूछताछ करने के बाद, युवराज ने स्वीकार किया कि उसने हत्या की है। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बंदूक बिहार से बरामद किया है।
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