अग्निमित्रा पॉल का घेराव कर विरोध प्रदर्शन (Video)

अग्निमित्रा ने पॉल ने दावा किया कि स्थानीय तृणमूल नेता स्थानीय महिलाओं को अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र देने के लिए 25,000 रुपये की मांग कर रहे थे। जामुड़िया के वार्ड नंबर 5 के एबीपिट इलाके में करीब एक महीने से जल संकट है।

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Sneha Singh
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टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: अग्निमित्रा पॉल का घेराव कर स्थानीय निवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया और उन पर राजनीति करने का आरोप लगाया। वहीं, स्थानीय प्रतिनिधियों और विधायकों के क्षेत्र में नहीं आने से अग्निमित्रा नाराज हैं। अग्निमित्रा ने पॉल ने दावा किया कि स्थानीय तृणमूल नेता स्थानीय महिलाओं को अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र देने के लिए 25,000 रुपये की मांग कर रहे थे। जामुड़िया के वार्ड नंबर 5 के एबीपिट इलाके में करीब एक महीने से जल संकट है। करीब पांच हजार लोग पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं। भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल ने एबीपिट क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने सवाल किया कि यहां की पार्षद वंदना रुईदास या यहां के विधायक लोगों से मिलने क्यों नहीं आ रहे हैं। विधायक का कहना है कि यहां के लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है लेकिन स्थानीय कारखाना तक पानी पहुंच रहा है। 

उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय तृणमूल कांग्रेस के नेताओं और पुलिस थाना को उद्योगपतियों द्वारा पैसा दिया जा रहा है इसलिए लोगों को पीने का पानी भले ना मिले लेकिन कारखाने को पानी मिल रहा है। इन्हीं सब मुद्दों पर अग्निमित्रा पॉल स्थानीय लोगों से बात करने पहुंची। हालांकि स्थानीय निवासी आसकी पासवान ने कहा कि जीतने के बाद विधायक कभी नहीं आई आज अचानक चुनाव से पहले वह जाकर लोगों को समझ रही है। उन्होंने कहा कि अगर उनको यहां के लोगों से इतनी ही हमदर्दी थी तो इससे पहले क्यों नहीं आई? आपको बता दें कि पिछले एक महीने से एबीपिट, स्टाफ पारा, तीनतला, सीआईएसएफ कैंप, तालीधौरा, मुंडपारा और श्रीपुर में ईसीएल द्वारा पेयजल आपूर्ति बंद है। स्थानीय लोगों का दावा है कि करीब एक महीने से पीने का पानी निकालने वाली एक मशीन खराब होने के कारण यह समस्या हो रही है। एबी पिट निवासी संदीप मुखर्जी ने बताया कि इस पंप से हर घर तक पानी पहुंचाया जाता था। फिलहाल एबी पिट के घरों में अभी भी पीएचई पानी का कनेक्शन नहीं है। इस पंप के खराब होने के बाद कई तरह की दिक्कतें हो रही हैं। पानी की कमी हो जाती है, यहां की आबादी हजारों के करीब है और पंप खराब  हो जाने के बाद लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि लोग इसी पानी का इस्तेमाल घर के हर काम में करते थे। हर साल एक पंप लगाया जाता है, लेकिन एक साल चलने के बाद यह खराब हो जाता है।

वहीं स्थानीय महिला किरण देवी ने बताया कि पिछले तीन साल से पानी की यही समस्या हो रही है। इस इलाके में एबी पिट और कुछ जगहों पर पीएचई का पानी की आपूर्ति की जाती है। इस पानी को पाने के लिए हर दिन मारामारी होती है। बड़ी आबादी के कारण लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता, जिससे आए दिन आपस में झगड़े होते रहते हैं। ईसीएल का पंप खराब हो गया है। पानी के लिए लगभग 2 किमी चलना पड़ता है। केंदुलिया मोड़ से पानी लेने जाना पड़ता है। अब हम रोज घर का काम करते हैं और पानी लाते हैं, यहां पानी के टैंकर भी नहीं आते।