टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: सीएमएसआई सीटू ने विभिन्न मांगों को लेकर सातग्राम एरिया महाप्रबंधक कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। संगठन के अध्यक्ष जी.के.श्रीवास्तव ने प्रबंधन पर श्रमिकों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि लंबे समय से जेसीसी (जॉइंट कंसल्टेटिव कमेटी) मीटिंग नहीं हो रही है, जिससे श्रमिक अपनी समस्याएं प्रबंधन के समक्ष नहीं रख पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि खदानों के निजीकरण की साजिश रची जा रही है और प्रबंधन जानबूझकर खदानों में श्रमिकों की संख्या कम करने की कोशिश कर रहा है। जब श्रमिक संगठन इन मुद्दों पर बात करना चाहते हैं, तो प्रबंधन मीटिंग से बचता है। इसके अलावा, कोलियरी में रिश्वतखोरी का भी आरोप लगाया गया, जहां श्रमिकों की समस्याओं का समाधान पैसों के बदले किया जाता है।
श्रीवास्तव ने कहा, "आज जब हम यहां पहुंचे तो देखा कि जनरल मैनेजर और पर्सनल मैनेजर में से कोई भी उपस्थित नहीं है। इस तरह शीर्ष प्रबंधन के भागने से समस्याओं का समाधान नहीं होगा। समस्याओं को सुलझाने के लिए मिल-बैठकर बातचीत करना जरूरी है, वरना श्रमिक अपनी समस्याएं किससे कहें? वे बार-बार प्रबंधन के सामने गुहार लगाते रहेंगे।"