राख से लदी लॉरी के कारण लोगो को हो रही है परेशानी, लोगो ने कहा नहीं निकला समाधान तो....

राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर अंडाल के कजोड़ा सर्विस रोड पर लगातार राख से लदी ओवरलोड लॉरी गुजर रही है। अंडाल के कजोड़ा इलाके के कुछ व्यवसायी राख से लदी लॉरी के कारण बीमार हो गए हैं।

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टोनी आलम, एएनएम न्यूज : राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर अंडाल के कजोड़ा सर्विस रोड पर लगातार राख से लदी ओवरलोड लॉरी गुजर रही है। अंडाल के कजोड़ा इलाके के कुछ व्यवसायी राख से लदी लॉरी के कारण बीमार हो गए हैं। तमाम व्यापारी जो लंबे समय से अपना कारोबार लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग 19 के किनारे बैठे हैं इनमें कई भोजनालय हैं। स्थानीय लोगों की शिकायत है कि इस सड़क पर राख से लदे ओवरलोडेड ट्रक तेज गति से चल रहे हैं, दुकानों का सामान खराब हो रहा है और राख गिरने से खाना भी खराब हो रहा है। इसके अलावा, अत्यधिक मात्रा में राख से लदे ट्रकों के कारण राख सड़क के दोनों ओर गिरती है और क्षेत्र में लगातार राख उड़ रही है। इससे इलाके में प्रदूषण बढ़ गया है और प्रदूषण के कारण क्षेत्र में तरह-तरह की बीमारियों का प्रकोप फैल गया है। कजोड़ा सर्विस रोड बस स्टैंड के पास कुछ व्यापारियों की यही शिकायत है की कभी-कभी त्वचा की समस्याएं या हृदय रोग, दमा, सर्दी और खांसी जैसे रोग क्षेत्र में आम हैं। 

कजोरा मोड़ के निवासी बिल्टू चटर्जी और अभिजीत चंद्र रा ने कहा कि अंडाल के डीवीसी पावर प्लांट से राख से लदी लॉरी के कजोड़ा के   19 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग के सर्विस रोड पर चलने से राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर के व्यापारी बुरी तरह से परेशान हैं। बिल्टू बाबू ने कहा कि स्थानीय पंचायत, प्रशासन और सत्तारूढ़ पार्टी के नेतृत्व को बार-बार राख से भरी लॉरियों की आवाजाही के कारण होने वाली अत्यधिक समस्याओं के बारे में सूचित किया गया है लेकिन अभी तक कोई काम नहीं हुआ है। राख से लदी लॉरी अभी भी सड़कों पर बेतहाशा  चलती हैं। विभिन्न प्रशासनिक कार्यालयों को बताकर भी कोई काम नहीं होने पर स्थानीय लोगों ने शनिवार की सुबह कजोड़ा चौराहे के पास डीवीसी की राख से भरी ओवरलोड वाहन को रोक कर विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि, पुलिस ने आकर प्रदर्शनकारियों को हटा दिया। काजोरा क्षेत्र के निवासी अभिजीत चंद्र व बिल्टू चटर्जी ने कहा कि आज राख से लदी ओवरलोड लॉरी को रोककर विरोध जताया गया, अग।  इस ओवरलोडेड राख से लदी लारी की समस्या का समाधान नहीं किया गया तो स्थानीय निवासियों को पथावरोध करने पर मजबूर होना पड़ेगा‌।‌