Andal: छात्रा पर अश्लील टिप्पणी, कॉलेज का गेट जाम कर विरोध प्रदर्शन

इस घटना के विरोध में बाउरी समाज के प्रतिनिधियों ने आरोपी को काम से हटाने की मांग को लेकर आज यानि गुरुवार सुबह से ही कॉलेज (College) का गेट जाम कर विरोध (protest) शुरू कर दिया। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस बल वहां मौजूद थीं।

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Sneha Singh
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टोनी आलम, एएनएम न्यूज: अंडाल (Andal) के खांदरा कॉलेज परिसर में कॉलेज के पूर्व जनरल सेक्रेटरी (former general secretary) के खिलाफ कॉलेज की एक छात्रा पर अश्लील टिप्पणी करने की शिकायत की गई थी। इस घटना के विरोध में बाउरी समाज के प्रतिनिधियों ने आरोपी को काम से हटाने की मांग को लेकर आज यानि गुरुवार सुबह से ही कॉलेज (College) का गेट जाम कर विरोध (protest) शुरू कर दिया। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस बल वहां मौजूद थीं। सूत्रों के अनुसार, अंडाल प्रखंड के खांदरा कॉलेज के अस्थाई कर्मचारी पारिजात राय पर 26 मई को सोशल मीडिया के जरिए, उसी कॉलेज की बाउरी समाज की द्वितीय वर्ष की बीए की छात्रा पर अश्लील टिप्पणी करने का आरोप है। जब छात्रा ने मामले की सूचना अपने पश्चिम बंगाल बाउरी समाज कल्याण समिति को दी तो बाउरी समाज के कुछ प्रतिनिधियों ने कल यानी बुधवार को कॉलेज के प्राचार्य को इसकी सूचना दी। 



 लेकिन शिकायत मिलने के बाद भी कॉलेज प्रशासन ने आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की तो बाउरी समाज के लोगों ने गुरुवार की सुबह 11 बजे से कॉलेज का गेट जाम कर विरोध शुरू कर दिया। उन्होंने आरोपी पारिजात राय (Parijat Rai) को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की। घटना में कई बार कॉलेज प्रशासन ने समाज के कुछ प्रतिनिधियों को बुलाकर चर्चा के लिए बैठाया, लेकिन चर्चा बेनतीजा रहने के कारण बाउरी समाज का धरना दोपहर तीन बजे तक चलता रहा। इस घटना को लेकर अंडाल ब्लॉक तृणमूल छात्र परिषद के अध्यक्ष सुभ्रजीत कुंडू ने कहा कि इस मामले के बारे में कॉलेज के छात्रसंघ को कुछ भी नहीं बताया गया था, इसलिए छात्रसंघ को इस मामले के बारे में कुछ भी पता नहीं था। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें इस बारे में कोई शिकायत मिलती है तो वे मामले की जांच कराएंगे। वहीं, उन्होंने कहा कि तृणमूल छात्र  परिषद हमेशा छात्रों के साथ है । 

आरोपी पारिजात राय ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और दोपहर करीब साढ़े तीन बजे कॉलेज के प्राचार्य व बाउरी समाज के लोगों से लिखित में माफी मांगी। समाज की ओर से कहा गया कि लिखित क्षमायाचना के कारण उन्हें क्षमा कर दिया गया। समाज की ओर से नीलकंठ बाउरी ने कहा कि उन्होंने संविधान के अनुसार विरोध किया है, किसी को नौकरी देने की ताकत नहीं है, किसी का रोजगार छिनने का भी अधिकार नहीं है। नीलकंठ बाबू ने कहा कि कॉलेज के प्रिंसिपल ने बाउरी समुदाय को आश्वासन दिया है कि इस तरह की जघन्य हरकत दोबारा नहीं होगी।