ब्लास्टिंग से कई घर क्षतिग्रस्त, अग्निमित्रा पॉल ने लिया जायजा

स्थानीय गांव वालों का आरोप था कि ओसिपि में हुए ब्लास्ट से कई घरों में काफी नुकसान हुआ। कई घर क्षतिग्रस्त हो गया। इस घटना के बाद गांव वालों का गुस्सा फूटा और गांव वालों ने ओसीपी में स्थित कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की थी।

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Sneha Singh
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टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: ईसीएल के कुनुस्तोड़िया एरिया के नारायण कुड़ी ओसीपी में कई दिनों से रानीगंज के नारायण कुड़ी गांव के माझपाड़ा के लोग ओसीपी में ब्लास्टिंग से घरों में हो रहे नुकसान के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। स्थानीय गांव वालों का आरोप था कि ओसिपि में हुए ब्लास्ट से कई घरों में काफी नुकसान हुआ। कई घर क्षतिग्रस्त हो गया। इस घटना के बाद गांव वालों का गुस्सा फूटा और गांव वालों ने ओसीपी में स्थित कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की थी। घटना की सूचना पाकर आज आसनसोल दक्षिण विधानसभा की विधायक अग्निमित्रा पॉल अपने विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत नारायण कुड़ी इलाके में पहुंची और उन्होंने वहां पर ब्लास्टिंग से जो घर क्षतिग्रस्त हुआ हैं उनका जायजा लिया। 

उन्होंने कहा कि नारायण कुड़ी गलत कारण से सुर्खियों में रहा है कुछ समय पहले यहां पर ओसीपी से कोयला निकालने गए 7 लोगों की मौत हो गई थी ममता बनर्जी की सरकार ने सिर्फ दो लोगों को मुआवजा दिया था और उनकी पुलिस द्वारा बाकी लाशों को गायब कर दिया गया था। विधायक ने कहा कि आज वह इन घरों का निरीक्षण करने आई है और वह इस क्षेत्र के महा प्रबंधक से भी मिलेंगी। उन्होंने कहा कि यहां पर कोयला निकालने के लिए ब्लास्टिंग करना ही होगा ऐसे में वह वहां प्रबंधक से मिलकर अनुरोध करेंगे कि उनके पुनर्वास की व्यवस्था की जाए क्योंकि कोयला निकलना भी जरूरी है लेकिन इसके साथ ही यहां के लोगों की सुरक्षा भी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि पिछले गुरुवार को यहां पर जिस तरह के ब्लास्टिंग हुई थी लोगों को काफी नुकसान पहुंचा था। 

उन्होंने कहा कि वह आज महा प्रबंधक से मिलकर लोगों के पुनर्वास की बात करेंगी। वही जब इलाके में रहने वाली माया बावरी नामक एक महिला से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बार-बार इस तरह की घटनाएं हो रही है जिससे यहां के लोग काफी दहशत में है। उन्होंने कहा कि वह पैसा नहीं चाहते वह चाहते हैं कि वह शांति से जी सके। अगर बार-बार यहां पर इस तरह की ब्लास्टिंग की वजह से उनके घरों को नुकसान पहुंचता रहा तो वह कैसे शांति से रह पाएंगे और अगर किसी की मौत हो जाती है तब कितना भी मुआवजा क्यों ना दे दिया जाए कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि या तो इस तरह की ब्लास्टिंग ना हो या फिर उनको पुनर्वास दिया जाए उसके बाद ही ओसीपी चलाया जाए।