जाने आसनसोल लोकसभा का इतिहास

पश्चिम बंगाल में कोलकाता के बाद दूसरा सबसे बड़ा शहर है आसनसोल। आसनसोल शिल्प और कोयला के लिए जाना जाता है l इस लोकसभा की कुल जनसंख्या 2,137,389 है l

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Ankita Kumari Jaiswara
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स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: पश्चिम बंगाल में कोलकाता के बाद दूसरा सबसे बड़ा शहर है आसनसोल। आसनसोल शिल्प और कोयला के लिए जाना जाता है l इस लोकसभा की कुल जनसंख्या 2,137,389 है l इसमें 80 प्रतिशत लोग शहरों में जबकि 20 प्रतिशत जनसंख्या गांवों में रहती है l तो चलिए आज जानते है आसनसोल लोकसभा के बारे में l

  • आसनसोल संसदीय क्षेत्र 1957 में अस्तित्व में आया l यहां अबतक 18 बार सांसद चुने गए हैं l 
  • आजादी के बाद शुरुआती दौर में जब भारतीय राजनीति में कांग्रेस पार्टी का वर्चस्व था तब यहां से 1957 और 1962 में लगातार दो बार कांग्रेस पार्टी जीती l
  • बाद में 67 में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के देवेन सेन और फिर 1971,77 में लगाकार दो बार माकपा के रोबिन सेन ने जीत दर्ज कीl
  • इसके बाद फिर दो कार्यकाल 1980 और 1984 में कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की l 
  • फिर माकपा के हराधन राय ने लगातार 1989, 1991 और 1996 मे जीत दर्ज की l इसके बाद माकपा के ही विकास चौधरी ने 1998, 1999 और 2004 में लगातार तीन बार जीत दर्ज की l 
  • विकास चौधरी के आकस्मिक निधन के बाद हुए उपचुनाव और 2005-09 और 2009-14 के लिए लगातार दो बार माकपा के वंशगोपाल चौधरी ने चुनाव जीताl यानि 1989 से 2014 तक ये मकपा का गढ़ रहा l 
  • 2014 में बीजेपी के बाबुल सुप्रीयों, मोदी लहर के कारण यह सीट जीतने में कामयाब रहे l उसके बाद फिर 2019 में आगे से भी ज्यादा मतों से दोबारा बाबुल ने जीत दर्ज की l 
  • फिर 2022 में बाबुल ने तृणमूल का दामन थाम लिया और त्यागपत्र दे दिया l इसबार उपचुनाव में यँहा से टीएमसी के शत्रुघ्न सिन्हा ने रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज कराई और सांसद बनेl 
  • लेकिन इस बार तो अभी तक आसनसोल लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी की नाम की घोषणा भी नहीं हुई है।