श्मशान घाट की जमीन पर अवैध कब्जा, ग्रामीणों ने किया विरोध

इसी के विरोध में आदिवासी समाज के लोगों के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने विरोध दिखाया एवं आवाज बुलंद करते हुए कहा कि इस तरह की जमीन माफियाओं की हरकत को इलाके के लोग अब बर्दाश्त नहीं करेंगे। 

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Sneha Singh
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Illegal occupation

टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: शमशान को केंद्र कर दो पंचायत क्षेत्र के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। जामुड़िया विधानसभा क्षेत्र तपसी पंचायत इलाके के राष्ट्रीय राजमार्ग 60 के बगल में स्थित श्मशान घाट पर जमीनों की भराई एवं वृक्षों की कटाई को लेकर बृहस्पतिवार को आसपास के आदिवासी समाज के लोगों ने विरोध दिखाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पंजाबी मोड़ एवं केंदा फाड़ी क्षेत्र के सीमावर्ती इलाके में स्थित एक श्मशान घाट को लेकर कथित तौर पर लोगों का आरोप है कि शमशान की जमीन पर जमीन माफिया के द्वारा अवैध दखल कर उसे हड़पने की कोशिश की जा रही। इसी के विरोध में आदिवासी समाज के लोगों के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने विरोध दिखाया एवं आवाज बुलंद करते हुए कहा कि इस तरह की जमीन माफियाओं की हरकत को इलाके के लोग अब बर्दाश्त नहीं करेंगे। 

इस संबंध में तपसी इलाके के एक स्थानीय व्यक्ति अजीत कोड़ा ने बताया कि यहां पर ज्यादातर गरीब तबके के लोग रहते हैं उनके लिए संभव नहीं है कि हजारों रुपए खर्च कर अपने परिजन का अंतिम संस्कार करने मेजिया जाए। इसलिए यहां के लोगों की मांग है कि इस शमशान को यथावत रहने दिया जाए। उनका दावा है कि यह शमशान तकरीबन 2000 साल पुराना है उनके पूर्वजों का अंतिम संस्कार भी यहीं पर होता था और वह चाहते हैं कि आज की पीढ़ी के लोगों का अंतिम संस्कार भी यहीं पर हो क्योंकि यहां के लोगों के पास उतनी आर्थिक क्षमता नहीं है कि दूर जाकर अपने परिजन का अंतिम संस्कार करें। 

उन्होंने कहा कि आज लोगों की राय ली गई और लोगों की राय यही बताती है कि इस शमशान को यथावत रखा जाए उन्होंने आरोप लगाया कि कभी कोयला माफिया तो कभी जमीन माफिया द्वारा श्मशान पर कब्जा करने की कोशिश की जाती है।  शमशान को मिट्टी से भरने की कोशिश की जा रही है लेकिन वह ऐसा हरगिज नहीं होने देंगे। उनका साफ कहना था कि इस शमशान के साथ लोगों का विश्वास और उनके जज्बात जुड़े हुए हैं इसलिए इस शमशान को बचाने के लिए यहां के लोग बड़े से बड़ा आंदोलन करने को तैयार है।