ब्लास्टिंग फ्री कोलयरी में कैसे हुआ ब्लास्ट?

बता दे बीते साल ईसीएल डीटी जय प्रकाश गुप्ता ने ईसीएल के इस बड़े परीयोजना का उदघाटन धूमधाम से किया और नये प्रोजेक्ट से ब्लास्टिंग फ्री कोयला उत्पादन का सपना दिखाया।

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Sneha Singh
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राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़: बीते साल इसीएल प्रबंधन ने बनजेमारी कोलयरी में ब्लास्टिंग फ्री प्रोजेक्ट का उदघाटन कर कोयला उत्पादन की एक नई प्रोजेक्ट से रूबरू कराया, पर एक साल के भीतर ही ईसीएल प्रबंधन का यह प्रोजेक्ट फेल हो गया। बता दे बीते साल ईसीएल डीटी जय प्रकाश गुप्ता ने ईसीएल के इस बड़े परीयोजना का उदघाटन धूमधाम से किया और नये प्रोजेक्ट से ब्लास्टिंग फ्री कोयला उत्पादन का सपना दिखाया। बतौर उदघाटन में वाईब्रो रीपर मशीन (वर्टिकल रिपर मशीन) का इस्तेमाल कर दिखाया गया कि किस तरह से बिना ब्लास्टिंग के कोयला का खनन कर वातावरण का संरक्षण किया जायेगा। साथ ही परियोजना के सफल होने पर अन्य ईसीएल के प्रोजेक्ट में भी इसका इस्तेमाल करने की बात कही गई। परंतु एक वर्ष बीतते ही यह सपना और दावा फैल हो गया। 

वाईब्रो रीपर मशीन की नाकामयाबी पर अब डेको कंपनी द्वारा संचालित इस कोयला खदान में विगत एक सप्ताह से हेवी ब्लास्टिंग का ट्रायल किया जा रहा है, जिससे बनजेमारी कोलयरी क्षेत्र एक बार फिर लम्बे समय के बाद थर्रा उठा है, बताया जा रहा है कि उक्त ब्लास्टिंग से क्षेत्र के लोग दहशत में है, साथ ही ब्लास्टिंग की नियम और कानून को लेकर विवाद भी उत्पन्न हो गया है। स्थानीय बासुदेवपुर जेमारी ग्राम पंचायत सदस्य भरत गिरी ने इसीएल प्रबंधन पर मनमानी का आरोप लगाया है, उन्होंने कोयला खदान से महज एक सौ मीटर दुरी पर स्थित जर्जर आंगनबाड़ी केंद्र को दिखाया, जहाँ की दिवार ब्लास्टिंग से गिरने की बात उन्होंने कही। उन्होंने कहा ब्लास्टिंग की तीव्रता इतनी तेज है कि आस पास के 500 मीटर से अधिक दूरी के क्षेत्रों में भूमिकंप की अनुभूति हो रही है। उन्होंने ने आरोप लगाया कि कोलयरी प्रबंधन डीजीएम्एस की नियमों की अवहेलना कर रही है। 

सालानपुर ब्लाक तृणमूल अध्यक्ष मन्नू सिद्दीकी ने कहा कि ब्लास्टिंग क्षेत्र में किसी भी प्रकार की नेट का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है, जिससें आस पास की क्षेत्रों में पत्थरों की बारिश होने की संभावना है। स्थानीय निवासी अरुण कुमार सिंह ने कहा इसीएल ने जो सपना दिखाया था, वो विफल हो गया। आवासीय क्षेत्र की घेराबंदी अब तक नहीं की गई, जब इस खदान को ब्लास्टिंग फ्री घोषित किया गया था, तो अब ब्लास्टिंग की अनुमति किसने दी। उन्होंने कहा कोलयरी चलना चाहिए किन्तु तय मानक और नियम के अनुसार। प्रबंधन की मनमानी किसी भी हाल में बर्दास्त नहीं किया जायेगा, यदि इसीएल प्रबंधन ने जल्द ही कोई निष्कर्ष नहीं निकाला तो आन्दोलन झेलने के लिए तैयार रहें।