26 घण्टे बाद मिला मुआवजा एवं अस्थायी नियोजन, प्रदर्शन समाप्त

इलाज के दौरान दुर्गापुर की एक निजी अस्पताल में मौत हो गई जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने बीते गुरुवार संध्या 4 बजे से ही शव के साथ कल्यानेश्वरी डीभीसी सब-स्टेशन के मुख्य गेट एवं देन्दुआ-कल्याणेश्वरी मार्ग को अवरुद्ध कर उचित मुआवजा एवं स्थायी नियोजन की मांग पर बैठ थे। 

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Sneha Singh
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राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़: डीभीसी 220 केवी कल्यानेश्वरी सब स्टेशन में कार्य के दौरान बिधुत की चपेट में आकर कैजुअल कर्मी की मौत के बाद शव के साथ प्रदर्शन कर रहे परिजनों को 26 घण्टे बाद मुआवजा एवं अस्थायी नियोजन मिला, जिसके बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ। बीते 15 फरवरी को डीभीसी 220 केवी कल्यानेश्वरी सब स्टेशन में कार्य के दौरान बिधुत की चपेट में आकर स्थानीय निवासी कैजुअल कर्मी साहेब लाल मुर्मू घायल हो गया था। इलाज के दौरान दुर्गापुर की एक निजी अस्पताल में मौत हो गई जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने बीते गुरुवार संध्या 4 बजे से ही शव के साथ कल्यानेश्वरी डीभीसी सब-स्टेशन के मुख्य गेट एवं देन्दुआ-कल्याणेश्वरी मार्ग को अवरुद्ध कर उचित मुआवजा एवं स्थायी नियोजन की मांग पर बैठ थे। 

शुक्रवार दोपहर मैथन प्रशाशनिक भवन में डीभीसी प्रबंधन के साथ हुई बैठक में मृतक साहेब लाल के आश्रित को अस्थायी नियोजन समेत मृतक के पीएफ और ग्रेच्युटी समेत अन्य से 15 लाख रुपयों के भुगतान एवं सहानुभूति रूप से डिभीसी अधिकारीयों द्वारा 5 लाख रुपये नगद के लिये डिभीसी बोर्ड बैठक में प्रस्ताव रखने एवं पूरा करने का अस्वाशन देने पर सहमति के बाद परिजन एवं ग्रामीणों ने प्रदर्शन समाप्त किया। बैठक में मौजूद तृणमूल कांग्रेस आईएनटीटीयुसी सालानपुर प्रखंड अध्यक्ष मनोज तिवारी ने बताया कि हमारी जो मांगे थी उन पर सहमति डिभीसी प्रबंधन ने दी है। सोमवार साहेब लाल मुर्मू के आश्रित पत्नी सुनीता मुर्मू को स्किल्ड कैजुअल कर्मी के रूप में प्रबंधन नियुक्ति देगा और साथ ही सभी सुविधाएं भी देगा। डीभीसी प्रशासनिक भवन में हुई बैठक में बाराबनी विधायक प्रतिनिधि भोला सिंह और आसनसोल नगर निगम पार्षद मुनमुन मुखर्जी समेत अन्य लोग उपस्थित थे।