मिड डे मील में बच्चों को मिल रहा मशरूम जैसा पौष्टिक आहार, शिक्षिका कर रही खेती

स्कूल की प्रधानाध्यापिका झरना मंडल ने बताया कि विद्यालय के कक्षा पांच तक करीब 80 विद्यार्थियों पढ़ते है। सभी बच्चों को मध्याह्न भोजन में पौष्टिक आहार मिले इसके लिये में बहुत दिनों से सोचा जा रहा था। 

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Sneha Singh
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राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़: चित्तरंजन शहर के एरिया 6 स्थित पूर्व आमलदाही निम्न बुनियादी विद्यालय के शिक्षक बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के लिये स्कूल परिषर में ही मशरूम की खेती कर रहे है और सप्ताह में दो बार बच्चों को भोजन में मशरूम की सब्जी दे रहे है। स्कूल की प्रधानाध्यापिका झरना मंडल ने बताया कि विद्यालय के कक्षा पांच तक करीब 80 विद्यार्थियों पढ़ते है। सभी बच्चों को मध्याह्न भोजन में पौष्टिक आहार मिले इसके लिये में बहुत दिनों से सोचा जा रहा था। 

मशरूम एक पौष्टिक आहार है इसलिये शिक्षकों के साथ मिलकर झरना मंडल ने मशरूम की खेती स्कूली परिषर में ही करने की योजना बनाई जिसमें स्कूली शिक्षक शुवेंदु पाल और काकली तालुकदार समेत शाश्वती नंदी घोष ने बहुत योगदान किया। इलाके के ही मशरूम कृषक निर्मल मंडल के सहयोग से मिलकर पिछले साल नवंबर में मशरूम की खेती करना शुरू किया गया। आज स्कूल परिषर में ही करीब 8 बेग में मशरूम की खेती हो रही है, जिसे आगे बढ़ाने की कोशिशि की जा रही है। उन्होंने कहा कि खेती एवं बीज में लगने वाले खर्च हमलोग मिलकर व्यय करते है। हम बच्चों को हर सप्ताह में फल, अंडा, हरि सब्जी और सोयाबीन समेत अन्य पौष्टिक आहार देते है। हरि सब्जियों के लिये हमने स्कूल परिषर में ही कद्दू , बैंगन की खेती शुरू की है। जिसे बच्चों के मध्याह्न भोजन में दिया जाता है।