Asansol: बिहार मे नही बनी बात तो बंगाल राजनीती मे आजमाया हाँथ

जल्दबाजी में पंकज एक बड़ी भूल कर बैठे, बिहार के लखिसराय के वोटर लिस्ट से अपना नाम कटवाना भूल गए। जिसको लेकर भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने चुनाव आयोग से उनका नामांकन रद्द कर पंकज पर कानूनी कारवाई करने की मांग की है।

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Pawan Yadav
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एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: पश्चिम बंगाल (West Bengal) के पंचायत चुनाव (Panchayat Election) मे आसनसोल (Asansol) के जेमारी पंचायत से पंचायत सदस्य के पद पर तृणमूल के टिकट से चुनाव लड़ रहे पंकज कुमार यादव इन दिनों काफी सुर्खियों मे हैं। पंकज के करीबियों की माने तो पंकज बिहार के लखिसराय मे बिहार (Bihar) के कद्दावर नेताओ के संपर्क में थे और बिहार राजनीती में हाँथ आजमाना चाहते थे। उनके सोशल अकाउंट पर उनके द्वारा शेयर किये गए तस्वीरें कम से काम यही बयान करती हैं। जब बिहार में दाल नहीं गली तो पंकज ने पश्चिम बंगाल का रुख किया और पश्चिम बंगाल के सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल (trinamul) का दामन थाम लिया। धीरे धीरे पंकज को उनकी काम के बदौलत 2023 मे पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव मे आसनसोल जेके नगर (J K nagar) के जेमारी पंचायत से पंचायत सदस्य के पद पर पारी खेलने का मौका मिला और उन्होंने उस मौके को अपने हाँथो से जाने नही दिया और चुनावी मैदान मे अपनी कमर कस कर उतर गए। 

जल्दबाजी में पंकज एक बड़ी भूल कर बैठे, पश्चिम बंगाल आसनसोल के जेमारी पंचायत से खड़े तो हो गए पर बिहार के लखिसराय के वोटर लिस्ट से अपना नाम कटवाना भूल गए। जिसको लेकर भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल (Agnimitra Paul) ने चुनाव आयोग से उनका नामांकन रद्द कर पंकज पर कानूनी कारवाई करने की मांग की है। ऐसे मे तृणमूल उम्मीदवार पंकज यादव ने बताया है कि उन्होंने बिहार के वोटर लिस्ट से अपना नाम कटवाने के लिये 2022 मे एक आवेदन दिया था। जब पंकज को 2023 के वोटर लिस्ट मे उनका नाम दिखाया गया तो उन्होंने अपना बयान बदलते हुए कहा की ये चुनाव आयोग कि गलती है, उनकी गलती के कारण ही उनका नाम मतदाता सूची में रह गया है। वही तृणमूल के स्थानीय नेता संजीत मुख़र्जी का कहना है कि साल 2007 में ही पंकज का नाम बिहार के वोटर लिस्ट से कटवा दिया गया है। ऐसे मे अब देखना दिलचस्प होगा कि पंकज कुमार यादव पर चुनाव आयोग के तरफ से किस प्रकार की कार्रवाई होगी होती है या नहीं।