दुर्गापुर थर्मल पावर स्टेशन फैक्ट्री के विस्तार के काम में भेदभाव का आरोप

जबकि 19 भाजपा कर्मीयों के नाम की सूची देने के बावजूद अधिकारी उन्हें काम पर नहीं रख रहे हैं। कई महीनों से इस केंद्रीय संगठन में नियुक्ति के लिए बीएमएस के कार्यकर्ता आंदोलन कर रहे हैं, इस केंद्रीय संगठन के विस्तार का काम शुरू हो चुका है।

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Sneha Singh
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Durgapur Thermal Power Station

टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: केंद्रीय एजेंसी दुर्गापुर थर्मल पावर स्टेशन या डीटीपीएस फैक्ट्री के विस्तार के काम में भेदभाव के आरोप लगाये जा रहे हैं। संस्था में ग्राम समिति के नाम पर 80 से अधिक अस्थायी कर्मचारी काम कर रहे हैं, आरोप है कि इस ग्राम समिति के नाम पर फैक्ट्री में तृणमूल के लोगों को भर्ती किया गया है। जबकि 19 भाजपा कर्मीयों के नाम की सूची देने के बावजूद अधिकारी उन्हें काम पर नहीं रख रहे हैं। कई महीनों से इस केंद्रीय संगठन में नियुक्ति के लिए बीएमएस के कार्यकर्ता आंदोलन कर रहे हैं, इस केंद्रीय संगठन के विस्तार का काम शुरू हो चुका है, केंद्रीय फंड आवंटित करने से बंदी के कगार पर पहुंच चुकी इस फैक्ट्री को ऑक्सीजन मिली है, फैक्ट्री का विस्तार का काम शुरू हो गया है और यहीं पर भेदभाव की शिकायत मिल रही हैं। 

दुर्गापुर पश्चिम के विधायक भाजपा के हैं। विधायक ने कारखाने के लिए केंद्र से धन आवंटित करने की अपील की। आज दुर्गापुर पश्चिम के भाजपा विधायक लक्ष्मण घोडुई के नेतृत्व में भाजपा समर्थक बीएमएस कार्यकर्ता डीटीपीएस फैक्ट्री के दो गेटों के सामने विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। इनका कहना था कि जब तक भाजपा बीएमएस कर्मियों की नियुक्ति नहीं होती वह रोज कारखाने के गेट के सामने प्रदर्शन करेंगे। इससे अगर कारखाने का काम बाधित होता है तो यह पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी है। हालांकि तृणमूल श्रमिक नेतृत्व ने भाजपा के आरोप को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया है। पार्टी नेता, श्रमिक नेता राजू बूट का कहना है कि यहां किसी को भी वंचित नहीं किया गया है। फैक्ट्री के अधिकारी कैमरे के सामने कुछ बोलना नहीं चाहते थे। बीजेपी नेतृत्व ने कल से उग्र आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है। किसी भी गड़बड़ी से बचने के लिए फैक्ट्री गेट परिसर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।