स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: देसी जड़ी-बूटियों में कई रोगों को जड़ से खत्म करने की शक्ति होती है कालमेघ में। कालमेघ डायबिटीज में ही नहीं, लिवर से लेकर स्ट्रेस और मुहांसे जैसी समस्या को खत्म करने का काम करता है। कालमेघ को चिरयता के नाम से भी जाना जाता है। ये स्वाद में जितना कड़वा होता है डायबिटीज को रोगियों के लिए उतना ही फायदेमंद होता है।
ब्लड साफ करती है - कालमेघ ब्लड प्यूरिफायर का भी काम करती है। इसके लिए रोजाना एक गिलास पानी में कालमेघ के पत्तों को उबाल लें और इसके काढ़े को पीएं। सर्दी जुकाम,फ्लू और मलेरिया में कालमेघ रामबाण औषधि है।
बढ़ी शुगर कंट्रोल करती है - रोज सुबह कालमेघ का काढ़ा खाली पेट पीने की आदत डाल लेने पर डायबिटीज में शुगर बड़ने की समस्या से निजात मिल जाएगा। कालमेघ के सूखे पत्तों का काढ़ा ब्लड में इंसुलिन को पहुंचाने के लिए पैन्क्रियाज में इसके प्रोडक्शन को बढ़ाने में मदद करता है, साथ ही ब्लड में मौजूद ग्लूकोज को शरीर से बाहर कर देता है।