Varanasi

Kaal Bhairav
जानकारी के मुताबिक, वाराणसी में, इस मंदिर को "काशी का कोतवाल" कहा जाता है और यहाँ दर्शन करने से पहले भक्तों को बाबा विश्वनाथ के दर्शन के बाद भैरव जी के दर्शन की अनुमति लेना आवश्यक माना जाता है। वाराणसी मंदिर के अनुसार, मंगला आरती सुबह 4 बजे होती है।