एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: एक तरफ जहां अरजीकर मामले में पूरे पश्चिम बंगाल में सिविक वॉलंटियर्स के खिलाफ आक्रोश है, वहीं दूसरी तरफ एक सिविक वॉलंटियर ने इंसानियत की मिसाल पेश की है।
जानकारी के मुताबिक सिविक वालंटियर गुरुप्रसाद भंडारी ने पश्चिम मेदिनीपुर जिले के शालबनी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत पीरकाटा पुलिस चौकी के गारमल गांव में एक मानसिक रूप से अस्थिर युवक को उसके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की।
मालूम हो कि गुरुप्रसाद भंडारी बीती रात ड्यूटी के बाद घर लौट रहे थे। रास्ते में उन्होंने गरमल बाजार के कोने में एक मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक को फंसा हुआ देखा। युवक से बात की गई तो उसका नाम सुजान मलिक (27) है, जो हुगली जिले के आरामबाग थाने के भटार मोड़ गांव का रहने वाला है।
पता चला है कि गुरुप्रसाद भंडारी ने ग्रामीणों की मदद से रात बिताने के लिए एक सुरक्षित स्थान और भोजन की व्यवस्था करके सुजान की सुरक्षा में मदद की। बाद में, आरामबाग पुलिस स्टेशन के सिविक वॉलंटियर्स के माध्यम से सुजान के परिवार को सूचित किया गया। आज सुबह, सुजान के पिता भोमरा मलिक और उनके जेठू पीरकट्टा पुलिस चौकी ओसी अमित चटर्जी के पास से खुशी-खुशी अपने बेटे को घर वापस ले गए और पीरकट्टा पुलिस चौकी के सदस्यों को धन्यवाद दिया।