Ram Mandir: मंदिर के साथ दरवाजे भी देंगे अलौकिक अनुभूति, सैकड़ों वर्षों तक नहीं होंगे खराब

12 दरवाजों पर गजराज, कमल व देवमूर्तियां उकेरी गई हैं। ये देवमूर्तियां स्वागत करने वाले द्वारपाल के रूप में हैं। चार कमरों के दरवाजों व भूतल से प्रथम तल पर जाने वाले दरवाजे पर अलग-अलग तरह की आकृतियां बनाई हैं।

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Kalyani Mandal
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स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : रामलला की दिव्य मूर्ति और मंदिर के स्थापत्य के साथ इसमें लगने वाले दरवाजे भी अलौकिक अनुभूति देंगे। इन पर उकेरी गईं कलाकृतियां मन मोह लेंगी। सागौन की बेहद खास लकड़ी से तैयार ये दरवाजे खूबसूरती, चमक और सम्मोहक कलाकृतियों के चलते सहज ही आकर्षित करने वाले हैं। ये दरवाजे तैयार कर रहे अनुराधा टिंबर्स इंटरनेशनल, हैदराबाद के मालिक सरत बाबू ने बताया कि दरवाजों के लिए महाराष्ट्र के बल्लारशाह गांव से सागौन की लकड़ी लाई गई है। उच्च गुणवत्ता के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध इस सागौन का टैक्सचर बहुत चिकना होता है। इनमें तेल की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, इसलिए सैकड़ों वर्षों तक कीड़े-मकोड़े, दीमक के हमले की आशंका नहीं रहती। गर्भगृह की डिजाइन बिल्कुल अलग है। यहां के दरवाजे पर खास तौर से मयूर व लताएं बनाई गई हैं। 12 दरवाजों पर गजराज, कमल व देवमूर्तियां उकेरी गई हैं। ये देवमूर्तियां स्वागत करने वाले द्वारपाल के रूप में हैं। चार कमरों के दरवाजों व भूतल से प्रथम तल पर जाने वाले दरवाजे पर अलग-अलग तरह की आकृतियां बनाई हैं।