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एएनएम न्यूज, ब्यूरो: मणिपुर सरकार (Manipur government) मणिपुर में हिंसा के दो उपकेंद्र मोरे और चुराचांदपुर को नियंत्रित करने में असमर्थ क्यों है? मणिपुर के जनजातीय मामलों के मंत्री लेतपाओ हाओकिप मोरे (Letpao Haokip) के एक कुकी हैं, जो मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदायों के बीच हिंसा का केंद्र है। जानकार सूत्रों के अनुसार, मणिपुर पुलिस की खुफिया मशीनरी की पूरी तरह से विफलता और मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी ने स्थिति को बिगड़ने दिया। हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं, घर जलकर राख हो गए हैं, और बेखौफ हिंसा में लोग मारे गए हैं क्योंकि प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री और मणिपुर के सांसद राजकुमार रंजन सिंह ने शांति और सद्भाव की अपील की। नेताओं ने पार्टी लाइन से हटकर लोगों से खुद को संयमित रखने का आग्रह किया। सिंह ने कहा, "कूकी, मैतेई और अन्य समुदाय सभी मणिपुरी हैं और हमें सद्भाव के ताने-बाने को नष्ट नहीं करना चाहिए।"
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