आजकल जैसे-जैसे नई-नई बीमारियों के नाम सुनते हैं, वैसे ही उनके दाम भी होते हैं। मेडिसिन इतनी महंगी हो चुकी हैं कि न चाहते हुए भी हमें लेनी पड़ती है। इसलिए ज्यादातर महंगी की बजाय सस्ती दवा ले रहे हैं और इसके लिए सरकार भी जेनेरिक मेडिसिन पर जोर दे रही है।
स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: आजकल जैसे-जैसे नई-नई बीमारियों के नाम सुनते हैं, वैसे ही उनके दाम भी होते हैं। मेडिसिन इतनी महंगी हो चुकी हैं कि न चाहते हुए भी हमें लेनी पड़ती है। इसलिए ज्यादातर महंगी की बजाय सस्ती दवा ले रहे हैं और इसके लिए सरकार भी जेनेरिक मेडिसिन पर जोर दे रही है।