आतंकियों ने राजगीर (बिहार) से नई दिल्ली जाने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस में बम विस्फोट किया था। विस्फोट में 14 लोगों की जान गई। उस समय 62 लोग घायल हुए थे।
स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: बुधवार का दिन, दोपहर बाद के 3 बजकर 13 मिनट पर हथकड़ी लगाए श्रमजीवी एक्सप्रेस बम विस्फोट कांड में दोषी आतंकी हिलालुद्दीन उर्फ हिलाल और नफीकुल विश्वास को न्यायालय में पेश किया गया। कोर्ट रूम अधिवक्ताओं से खचाखच भरा था। हर कोई पहले से आकलन कर रहा था कि क्या सजा हो सकती है। दोनों दोषियों को कटघरे में खड़ा किया गया। इसके करीब 57 मिनट के बाद न्यायाधीश राजेश कुमार राय ने सजा-ए-मौत की सजा सुनाई। सजा सुनते ही दोनों आतंकी एक-दूसरे की ओर देखने लगे। वर्ष 2005 में 28 जुलाई को सिंगरामऊ में हरपालगंज रेलवे क्रॉसिंग के पास आतंकियों ने राजगीर (बिहार) से नई दिल्ली जाने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस में बम विस्फोट किया था। विस्फोट में 14 लोगों की जान गई। उस समय 62 लोग घायल हुए थे।