पुचकों (golgappa) को देखकर ही मुंह में पानी आने लगता है। हुआ कुछ ऐसा कि कोलकाता (Kolkata) के शशिभूषण रोड पर बेहला नूतन दल ने दुर्गापूजा के लिए पंडाल (Durga puja pandal) बनाया था।
स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: पुचकों (golgappa) को देखकर ही मुंह में पानी आने लगता है। हुआ कुछ ऐसा कि कोलकाता (Kolkata) के शशिभूषण रोड पर बेहला नूतन दल ने दुर्गापूजा के लिए पंडाल (Durga puja pandal) बनाया था। खास बात यह थी कि इसे गोलगप्पो यानी पुचके से सजाया गया था। लेकिन ये पुचके परेशानी की वजह बन गए है। जिन पुचकों से पंडाल की सजावट की गई थी उन पुचकों में केमिकल का इस्तेमाल किया गया था। दुर्गापूजा की समाप्ति के बाद जब पंडाल को हटाया जाने लगा तो धीरे धीरे पुचके गायब होने लगे और वो संख्या 600 तक जा पहुंची।