स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: ज्योतिष अनुसार करवा चौथ का व्रत निर्जला रखा जाता है। इस दिन व्रती भूलकर भी अन्न व जल ग्रहण ना करें। करवा चौथ में फल भी खाना मना है।
करवा चौथ व्रत सौभाग्य और सुहाग का प्रतीक माना गया है। ऐसे में करवा चौथ के शुभ दिन पर सोलह श्रृंगार व सुहाग से जुड़ी किसी भी चीज़ का दान न करें। ऐसा करने से रिश्तों में तनाव आता है।
करवा चौथ के दिन चंद्र दर्शन का खास महत्व होता है। ऐसे में भूलकर भी बिना चंद्रमा के दर्शन के अपना व्रत ना खोलें। वरना दोष लग सकता है।
करवा चौथ का व्रत करने वाली महिलाएं भूलकर भी दोपहर में न सोएं । ऐसा करने से व्रत का फल नहीं मिलता है।
इस दिन भूलकर भी अशुभ रंगों का प्रयोग न करे। सुहागिन महिलाएं करवा चौथ पर लाल, पीले, गुलाबी रंग का अधिक से अधिक प्रयोग करें। इसे शुभता का प्रतीक माना गया है।