यह रसायन गर्भाशय कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है

हेयर स्ट्रेटनिंग केमिकल, हेयर स्ट्रेटनिंग केमिकल से गर्भाशय कैंसर का खतरा बढ़ जाता है, जिससे ओवेरियन और ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है क्योंकि इसमें पैराबेंस, बिस्फेनॉल ए और फॉर्मेल्डिहाइड जैसे खतरनाक रसायन पाए जाते हैं।

author-image
Kalyani Mandal
New Update
cha.

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: मेकअप इंडस्ट्री (makeup industry) काफी बड़ी है जिसमें महिला और पुरुष दोनों के लिए रोजाना नए-नए कॉस्मेटिक प्रोडक्ट लॉन्च होते हैं। ये उत्पाद अलग-अलग प्रकार के होते हैं, इन्हें बनाने और इस्तेमाल करने का तरीका भी अलग-अलग होता है। द सन के मुताबिक, कई उत्पादों में हानिकारक रसायन (chemicals) होते हैं जो त्वचा के लिए अच्छे नहीं होते हैं। आइए जानते हैं किन कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स से रहना है दूर।

वॉटरप्रूफ मस्कारा , (Waterproof Mascara) इससे पता चलता है कि मस्कारा को वॉटरप्रूफ बनाने के लिए कंपनियों को इसमें पर- और पॉली-फ्लोरो एल्काइल पदार्थ मिलाना पड़ता है। पेरफ्लूरोकाइल पदार्थ तेल और पानी के प्रति प्रतिरोधी होते हैं, जो उन्हें लंबे समय तक बनाए रखने की अनुमति देता है। पीएफएएस को बहुत खतरनाक माना जाता है जो किडनी, उच्च कोलेस्ट्रॉल, बांझपन और मस्तिष्क रोगों का कारण भी बन सकता है।

हेयर स्ट्रेटनिंग केमिकल, हेयर स्ट्रेटनिंग केमिकल से गर्भाशय कैंसर का खतरा बढ़ जाता है, जिससे ओवेरियन और ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है , क्योंकि इसमें पैराबेंस, बिस्फेनॉल ए और फॉर्मेल्डिहाइड जैसे खतरनाक रसायन पाए जाते हैं।