रोचक कहानी: सच्ची घटना जब एक शख्स 438 दिनों तक समुद्र में फंसा रहा

एक निडर मछुआरा जिनका नाम है, जोस सल्वाडोर अल्वारेंगा (José Salvador Alvarenga)। José Salvador मछली पकड़ने समुद्र में गया था, लेकिन फिर उसके साथ ऐसी दुर्घटना घटी की वापस घर पहुँचने में उन्हें पूरे 438 दिन का वक्त लगा। 

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स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : एक निडर मछुआरा जिनका नाम है, जोस सल्वाडोर अल्वारेंगा (Jose Salvador Alvarenga)। Jose Salvador मछली पकड़ने समुद्र में गया था, लेकिन फिर उसके साथ ऐसी दुर्घटना घटी की वापस घर पहुँचने में उन्हें पूरे 438 दिन का वक्त लगा। 

Jose एक पेशेवर मछुआरे थे। वह 17 नवंबर, 2012 का दिन था, जब Jose अपने मेक्सिको में स्थित गाँव से बाहर निकलकर मछली पकड़ने के लिए समुद्र में गए। वे अपने साथी Córdoba के साथ गए थे। उनके मुताबिक उन्हें यह काम पूरा करने में केवल 1 दिन ही लगने वाला था, पर किसको पता था कि आगे कुछ ऐसा हो जाएगा कि 30 घण्टो का समय 438 दिन में बदल जाएगा। उन दोनों ने ब्लैक टिप शार्क व सेलफिश को पकड़ने की योजना बनाई थी। पहले तो सब कुछ प्लान के अनुसार ही हो रहा था, पर अचानक खतरनाक तूफान आ गया और वे उसमें फंस गए। तेज बरसात और भयानक हवाएँ चल रही थीं, जो मानो आने वाले खतरे का संकेत दे रही हों। फिर भी José अपनी सिंगल इंजन वाली टॉपलेस बोट में बैठकर आगे बढ़ते गए, लेकिन ऐसा करना उनके लिए बहुत खतरनाक साबित हुआ। वे दोनों उस तूफ़ान में फंस चुके थे और उनकी नांव का मोटर व उनका रेडियो इत्यादि सभी जरूरी चीजें भी ख़राब हो गयी थीं।

अब तो उन्हें जैसे तैसे बस अपनी जान बचानी थी, इसलिए उन्होंने अपनी पकड़ी हुई करीब 500 किलो मछली पुनः समुद्र में डाल दी, ताकि बोट का वजन कम हो जाए। उनके पास ना तो नाव को चलाने के लिए पतवार थी, ना अंधेरे को दूर भगाने के लिए टॉर्च था और न ही खाने-पीने का सामान। जब भूख असहनीय हो गयी तो Jose व उनके साथी ने खुद मछलियाँ, जेली फ़िश, कछुए, समुद्री पक्षी इत्यादि पकड़ लिए और उनका कच्चा मांस खाकर अपनी भूख शांत की। पहले तो वे बारिश का पानी पी लेते थे, पर फिर एक वक्त ऐसा भी था कि उनके पास पीने का पानी भी नहीं था, इसलिए उन्होंने कछुए का रक्त पीया, यहाँ तक कि मूत्र भी पीना पड़ा था। करीब चार महीनों तक उन्होंने ऐसे ही गुज़ारा किया, फिर Jose के साथी Córdoba ने कच्चा मांस खाने को मना कर दिया तथा खाना-पीना छोड़ दिया। अंततः जल्द ही वह भुखमरी से मर गया। पने साथी की मृत्यु के बाद भी Jose 6 दिनों तक तो उसके मृत शरीर से बतियाते रहते थे, पर फिर उन्हें लगा कि इस तरह अपना आपा खोने से कुछ नहीं होगा, उन्हें वास्तविकता को स्वीकार करना होगा। फिर Jose ने अपने साथी की डेड बॉडी को नाव से फेंक दिया। कई बार उन्होंने अपने आसपास जहाजों को देखा, परन्तु कोई भी Jose को नहीं देख पाया। अपने ऊपर से गुजरते हवाई जहाजों को Jose सिग्नल देना चाहते थे, पर उनके पास सिग्नल देने को कुछ नहीं था।

करीब 438 दिवस नरक जैसा जीवन व्यतीत करने के बाद 30 जनवरी, 2014 को Jose को कुछ दूरी पर पहाड़ दिखाई दिए। जो कि यह मार्शल द्वीप समूह का ही एक छोटा-सा कोना था। फिर Jose ने देर किए बिना नाव से छलांग लगा दी और तैरकर किनारे तक पहुँच गए। अंततः Jose किनारे पर आकर जमीन पर पहुँचे और बेहोश हो गए। वहाँ के स्थानीय लोगों ने जब उन्हें बेहोंश पड़े देखा तो उसे घर ले आए। 

Jose जब होश में आए तो उन्होंने अपने पास Beach House के मालिकों को देखा, जिन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को Jose के बारे में सूचना दे दी थी। पुलिस ने जब देखा कि Jose के टखने सूज गए थे, आंखों की रौशनी कम हो गई थी, वह बहुत कठिनाई से चल पा रहे थे और उनके बाल जैसे किसी झाड़ी की तरह उलझे हुए दिख रहे थे, तो पुलिस को लगा कि Jose के साथ किसी ने हिंसा की है, परन्तु Jose ने उन्हें सच बताया और इस बात की इन्वेस्टिगेशन भी की गई, जिससे पता चला कि वे बिल्कुल सच कह रहे हैं। Jose जब अपने घर वापस लौटे तो उन्हें देखकर सभी हैरान रह गए क्योंकि सब को लगा कि वे अब इस दुनिया में नहीं रहे। 

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