जगन्नाथ मंदिर में प्राचीन काल से ही भक्त सोते समय पहले वस्त्र, फिर भूषण और फूल पहनते आ रहे हैं। विशाल सिंह का स्वरूप पुष्पमय है। पुरी समुद्र तट पर कालिया सामंथा का बड़ा शेर। इस बड़े शेर का शरीर रेत कला के माध्यम से बनाया गया है।
स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: जगन्नाथ मंदिर में प्राचीन काल से ही भक्त सोते समय पहले वस्त्र, फिर भूषण और फूल पहनते आ रहे हैं। विशाल सिंह का स्वरूप पुष्पमय है। पुरी समुद्र तट पर कालिया सामंथा का बड़ा शेर। इस बड़े शेर का शरीर रेत कला के माध्यम से बनाया गया है। अंतरराष्ट्रीय रेत कलाकार पद्मश्री सुदर्शन पटनायक ने रेत से श्रीजगन्नाथ की 25 फीट ऊंची प्रतिमा बनाई है। पुरी समुद्र तट पर इस विशाल रेत कला में गुलदाउदी, गुलाब, सेवती के फूलों का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा महाप्रभु के नकचना, हाड़ी पदक, कारा पल्लव आदि समुद्र तट की शोभा बढ़ा रहे हैं।