टोनी आलम, एएनएम न्यूज: कोल इंडिया के द्वारा ईसीएल सहित अन्य विभागों में अपने कर्मचारियों के वेतन सहित अन्य रिकॉर्ड रखने के लिए हाल ही में एक नए सॉफ्टवेयर सिस्टम सैप लागू किया गया है। इस नए सिस्टम को लेकर श्रमिक संगठनों का आरोप है कि इस नए सिस्टम के चलते उनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी के खिलाफ शनिवार को कुनुस्तोरिया कोलियरी के दो नंबर पीट पर सीएमएसआई सीटु की तरफ से एक विरोध प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर संगठन के असिस्टेंट सेक्रेटरी सुब्रतो, सिद्धांतों सेक्रेटरी शंभू चौधरी, राधेश्याम हरिजन, नसीर मियां और हिरण मंडल सहित संगठन के तमाम कर्मी समर्थक उपस्थित थे।
शनिवार के प्रदर्शन के बारे में विस्तार से बताते हुए असिस्टेंट सेक्रेटरी सुब्रतो सिद्धांतों ने कहा कि जब से ईसीएल द्वारा सैप नामक नए सॉफ्टवेयर सिस्टम को लागू किया गया है, तब से श्रमिकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कई महीनों से बहुतों को वेतन नहीं मिला है। कई श्रमिकों के रिकॉर्ड में गड़बड़ी आ गई है तो कई श्रमिकों को अंडर ग्राउंड खदान में काम करने के बाबत जो अतिरिक्त राशि मिलती है वह नहीं मिली है। उन्होंने प्रबंधन के कुछ अधिकारियों पर आरोप लगाया कि वह जानबूझकर खदानों को नुकसान में दिखाकर खदानों को निजी हाथों में सौंपने की साजिश रच रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कोयला उद्योग में निजी करण का विरोध सहित विभिन्न मांगो के समर्थन में 27 और 28 मार्च को सीएमएसआई सीटू की तरफ से दो दिन व्यापी हड़ताल की भी घोषणा की गई है।