सरस्वती पूजा: मूर्तिकारों की कमाई पर कोरोना की मार

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सरस्वती पूजा: मूर्तिकारों की कमाई पर कोरोना की मार

टोनी आलम,एएनएम न्यूज़: बंगाल में पिछले 2 सालों से कोरोना के कारण विभिन्न पूजा पर ब्रेक लगा दिया है अब पहले की तरह की रौनक नहीं दिख रही है। महामारी से पहले वाग्देवी की पूजे से महीनो पहले मूर्तिकार काफी व्यस्त हो जाते हैं। पिछले 8 वर्षों से बांकुड़ा जिले के मेजिया इलाके से मूर्तिकार जमुरिया आकर मूर्तियों का निर्माण करते हैं और यहीं से आयोजक इन मूर्तियों को खरीद के ले जाते हैं। इस साल भी मेजिया से दिलीप गोराई अन्य मूर्तिकारो के साथ यहाँ आये हैं और माँ सरस्वती की मूर्तियों का निर्माण कर रहे हैं। उनके साथ उनके चार अन्य सहयोगी भी हैं।


एएनएम न्यूज़ के रिपोर्टर ने जब दिलीप राय से मूर्तियों के निर्माण को लेकर बातचीत की तो उन्होंने हमारे रिपोर्टर के आगे अपनी दर्द को बयान किया, उनका कहना था कि पिछले सालों के मुकाबले इस साल उनके काम पर काफी विपरीत असर पड़ा है क्योंकि कोरोना महामारी के चलते इस साल पूजा के आयोजन में काफी कमी आई है। दिलीप गोराई ने कहा कि पिछले साल जहां उन्होंने 50 से 55 मूर्तियों का निर्माण किया था इस साल अब तक कम आर्डर मिलने के कारण उन्होंने सिर्फ 15 मूर्तियों का ही निर्माण किया है, वह भी इनमें से ज्यादातर मूर्तियां छोटी है बड़ी मूर्ति ना के बराबर है। दिलीप बाबू का कहना है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो उनको भारी नुकसान झेलना पड़ेगा अपने कर्मचारियों को वेतन देना तो दूर उनके लिए अपने परिवार का खर्च उठाना भी काफी मुश्किल हो जाएगा। दिलीप गोराई कहा कि महामारी के दिनों में लोगों में डर है कि प्रशासन की तरफ से पूजा के आयोजन की अनुमति नहीं मिलेगी? इस वजह से उनको काफी कम ऑर्डर मिले हैं। उन्होंने बताया कि वह यहां पिछले 8 सालों से मूर्ति बनाने आ रहे हैं लेकिन पिछले 8 सालों में इस साल जैसी दयनीय हालत कभी नहीं हुई है।