स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: लोकसभा सदस्यों ने 2000 से 2019 तक भारत में वायु प्रदूषण पर कम से कम 368 प्रश्न उठाए हैं, जिनमें से 200 से अधिक 2016 या बाद में उठाए गए हैं, जिसमें फसल अवशेष (पराली) जलाना सबसे आम स्रोत के रूप में उभरा है। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को लॉन्च किया गया ‘एयरिंग डिफरेंसेस रीडिंग द पॉलिटिकल नैरेटिव ऑन एयर क्वालिटी मैनेजमेंट इन इंडिया, सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च (सीपीआर) के वर्किं ग पेपर’ ने इस तथ्य का हवाला दिया कि 200 से अधिक 368 प्रश्नों में से 2016 के बाद पूछे गए और कहा गया, यह संसद में हाल के वर्षों में राजनीतिक जुड़ाव में तेज वृद्धि को दर्शाता है।