टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है। इसे लेकर आम जनता की मिली-जुली प्रतिक्रिया आई है। केंद्र सरकार के निर्णय के अनुसार आज से पेट्रोल की कीमत में 5 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 10 रुपये प्रति लीटर की कमी की गई है। इस मुद्दे को लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने पहले ही राजनीतिक उठापटक शुरू कर दी है। कुछ टीएमसी नेताओं के मुताबिक, केंद्र सरकार उपचुनावों में बीजेपी के निराशाजनक हार के चलते पेट्रोल-डीजल के दाम कम कर लोगों का विश्वास जीतने की कोशिश कर रही है। वहीं आम लोगों के एक तबके ने राहत महसूस की है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी के परिणामस्वरूप, आम जनता का एक वर्ग आवश्यक वस्तुओं की कुल कीमत में कमी की उम्मीद कर रहा है। दूसरी ओर आम जनता के एक और वर्ग को डर है कि अगर कीमतें अस्थायी रुप से कम हुई तो बाद में कीमतें दोगुनी हो सकती है। पेट्रोल की कीमत 5 रुपये और 10 रुपये कम करने से कोई खास फायदा नहीं होगा। विदित हो कि आज से ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट आ रही है। दो ईंधनों पर केंद्र द्वारा उत्पाद शुल्क में कटौती की गई है जिससे पेट्रोल की कीमत में 5 रुपये प्रति लीटर, डीजल में 10 रुपये प्रति लीटर की कमी, आज से प्रभावी होगी। भाजपा शासित राज्यों ने पेट्रोल और डीजल पर वैट कम किया है। इससे कीमतों में 7 रुपये प्रति लीटर की और कमी आ गई। असम, त्रिपुरा, कर्नाटक, गोवा, मणिपुर, गुजरात सरकारों ने यह फैसला लिया है। उत्तराखंड सरकार ने पेट्रोल पर 2 रुपये प्रति लीटर वैट घटाने की घोषणा की है। केंद्र सरकार ने राज्यों से टैक्स कम करने की अपील की है। हमारे संवाददाता ने जब इस संदर्भ मे आम लोगों से बात की तो इनके मन में कहीं न कहीं आशंका देखी गई कि आज दस रुपये कम करके कल ही बीस रुपये बढ़ा दिया जाएगा। उन्होंने इसके लिए केंद्र की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि ममता बनर्जी की सरकार आने पर ही इसका समाधान होगा। वहीं पेट्रोल पंप पर आए एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि कीमतों में जो कमी आई है उससे उनको खुशी तो है लेकिन कीमतों में थोड़ी और कमी आती तो और ज्यादा फायदा होता। उन्होंने कहा कि डीजल की कीमतों को कम करने पे परिवहन का खर्च कम होगा जिससे अन्य चीजों की कीमतों में भी कमी आने की संभावना है। इसके साथ ही उन्होंने राज्य सरकार से पेट्रोल डीजल पर लगने वाले वैट को कम करने की अपील की। इस मामले पर ऐसे ही कुछ विचार जमुड़िया के एक और शख्स ने भी व्यक्त किया। इनका भी कहना था कि पेट्रोल डीजल की कीमतों में कमी आने से लोगों को फायदा जरुर होगा लेकिन उनके मन में भी इस बात को लेकर आशंका है कि कहीं कीमतें फिर से ना बढ़ जाएं।