जानिए उस सवाल का सही जवाब, जिसकी वजह से गूगल को हुआ 120 बिलियन डॉलर का नुकसान

author-image
New Update
जानिए उस सवाल का सही जवाब, जिसकी वजह से गूगल को हुआ 120 बिलियन डॉलर का नुकसान

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) बेस्ड गूगल चैटबॉट बार्ड के एक गलत जवाब ने गूगल को 120 बिलियन डॉलर का नुकसान करा दिया। दरअसल इस हफ्ते गूगल ने अपना नया एआई चैटबॉट बार्ड लॉन्च किया है। गूगल ने इसका एक प्रमोशनल वीडियो लॉन्च किया था। इसमें से सवाल पूछा गया, 'नौ साल के बच्चे को जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) की नई खोज के बारे में क्या बताना चाहिए?' इसपर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) बेस्ड चैटबॉट बार्ड ने तीन बिंदुओं में जवाब दिया।



1. 2023 में JWST ने कई आकाशगंगाओं को चिन्हित किया और उन्हें 'ग्रीन पीस' नाम दिया गया। ये नाम इसलिए दिया गया क्योंकि, वो (आकाशगंगा) काफी छोटे, गोलाकार और हरे रंग के थे। बिल्कुल मटर की तरह।

2. टेलीस्कोप ने 13 बिलियन पुराने गैलेक्सी की तस्वीर खींची।

3. जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप का इस्तेमाल मिल्की वे के बाहर के ग्रह की पहली तस्वीर लेने में किया गया था।



बार्ड का तीसरा पॉइंट गलत निकला। इसे रॉयटर्स ने पकड़ा। रॉयटर्स ने जैसे ही इसका खुलासा किया, गूगल की मार्केट वैल्यू घटने लगी। लोगों ने गूगल के एआई चैटबॉट पर सवाल खड़े करने लगे।



क्या है सही जवाब?

रॉयटर्स ने नासा का हवाला दिया। बताया कि साल 2004 में यूरिपयन एडवांस टेलीस्कोप ने स्पेस के एक्सोप्लैनेट्स सदर्न ऑब्जर्वेटरी के सोलर सिस्टम के बाहर के ग्रहों की फोटोज ली थी। एक्सोप्लैनेट को 2M1207b कहा जाता है। यह बृहस्पति ग्रह से लगभग पांच गुना ज्यादा बड़ा है और पृथ्वी से लगभग 170 प्रकाश वर्ष दूरी पर है। विशेषज्ञों का कहना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम द्वारा उत्पन्न गलतियों को आसानी से नहीं पकड़ा जा सकता है।