स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: कहावत 'राजनीति में कोई भी स्थायी तौर से सगा या दुश्मन नहीं होता' त्रिपुरा के बदले सियासी हालात पर बिल्कुल सही बैठता है। बीजेपी को जीत से रोकने के लिए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन से त्रिपुरा के सियासी समीकरण ही बदल गए हैं।
जैसा कि कुछ दिनों के हलचल से लग रहा था, सीपीएम और कांग्रेस त्रिपुरा में मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी कह दिया था कि बीजेपी के विजय रथ को रोकने के लिए सीपीएम, कांग्रेस के साथ गठजोड़ के लिए तैयार है। अगरतला में कांग्रेस महासचिव अजय कुमार और सीपीएम के राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी के बीच हुई बैठक के बाद गठबंधन का ऐलान कर दिया गया।