स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: 'फ्रॉम रिबेल टू फाउंडिंग फादर : शेख मुजीबुर रहमान' बुक के लेखक सैयद बदरुल अहसान ने बताया कि, भारत-बांग्लादेश संबंधों को और मजबूत करने के लिए तीस्ता जल मुद्दे का शीघ्र समाधान बहत महत्वपूर्ण है। सैयद बदरुल अहसान ने बताया कि, ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार की आपत्तियों के कारण तीस्ता जल समझौता अंतिम रूप नहीं ले पा रहा है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों को देखते हुए बांग्लादेश में बुद्धिजीवी समाज को उम्मीद है कि जल समझौता गतिरोध का जल्द खत्म हो जाएगा।
उन्होंने बताया , "समझौता हासिल करने के लिए एक स्टेट-टू-स्टेट की बातचीत चल रही है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के बीच संबंध बेहद सौहार्दपूर्ण हैं। उस आधार पर, तीस्ता जल मुद्दे के त्वरित समाधान के बारे में अभी भी उम्मीदें बनी हुई हैं।"