टोनी आलम, एएनएम न्यूज, जामुड़िया: गायों की तलाश में ईसीएल के लावारिस चानक में पैर फिसलकर गिरने से युवक हुआ लापता। यह घटना जामुड़िया के दो नंबर वार्ड के कैथी के नीकट एक इलाके की है। सूत्रों के अनुसार कल शाम के करीब कैथी गांव निवासी अशरफ मलित नाम का युवक अपने मवेशियों की तलाश में ईंट भट्ठे से सटे इलाके में ईसीएल की एक लावारिस पड़ी पुराने चाणक पर फिसल गया। ईट भट्टे में काम करने वाले श्रमिकों ने घटना को देखकर कैथी गांव के निवासियों को इसकी खबर दी इसके बाद कल शाम से ही स्थानीय लोगों का बचाव कार्य जारी है, हालांकि यह ज्ञात हुआ है कि चाणक गहरा होने के कारण उस व्यक्ति को बचाना मुश्किल हो रहा है।
आखिरकार आज सुबह जब पुलिस को सूचना दी गई तो पुलिस मौके पर आ गई, उसके बाद ईसीएल अधिकारियों टीम को बुलाया गया, बचाव कार्य अभी भी जारी है। घटना की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे जमुड़िआ के विधायक हरेराम सिंह ने कहा कि कल एक व्यक्ति अपने मवेशियों की तलाश में यहां आया था लेकिन झाड़ियां रहने के कारण वह ठीक से देख नहीं पाया और चाणक में गिर गया। उन्होंने बताया कि की गहराई बहुत ज्यादा है ऐसे में उसे बचाने में दिक्कतें पेश आ रही हैं। ईसीएल द्वारा कुछ बचाव कर्मियों को भेजा गया है सीतारामपुर से भी बचाव कर्मियों का एक दल आ रहा है। उन्होंने बताया कि यह बीते 70 सालों से परित्यक्त है इससे कोयले का उत्खनन नहीं किया जाता ऐसे में ईसीएल को चाहिए था कि इसे बंद कर देते ऐसा नहीं करने की वजह से ही यह हादसा हुआ। उन्होंने इसे ईसीएल की लापरवाही करार दिया और आशा जताई कि उस युवक को सकुशल निकाल लिया जाएगा।
हालांकि इस बारे में घटनास्थल पर पहुंचे भाजपा जिलाध्यक्ष दिलीप दे का कहना था कि इस घटना के लिए पूरी तरह से स्थानीय प्रशासन जिम्मेदार है। अगर वह खुला हुआ था तो वहां पर सुरक्षा कर्मी की तैनाती क्यों नहीं की गई उनका कहना था कि किसी रहस्य में कारण से खदान के मुंह को खुला रखा गया था जिससे यह घटना हुई। उन्होंने इसकी पूरी जांच करने की मांग की और अगर खदान में गिरे व्यक्ति के साथ कुछ बुरा होता है तो उसके परिवार को मुआवजा देने की भी मांग की। वहीं उन्होंने ईसीएल के बारे में कहा कि ईसीएल को भी परित्यक्त चाणक को लेकर और सावधान होना चाहिए था।