स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: आज पौष माह की मासिक कालाष्टमी व्रत है. यह साल 2022 की अंतिम कालाष्टमी है। आज के दिन व्रत करने और काल भैरव की पूजा करने का विधान है। काल भैरव भगवान शिव के अंश हैं। आइये जानते हैं मासिक कालाष्टमी व्रत के पूजा मुहूर्त और विधि के बारे में। ​
मासिक कालाष्टमी 2022 मुहूर्त
पौष माह कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि का प्रारंभ: आज, शुक्रवार, 01:39 एएम से
पौष माह कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि का समापन: कल, शनिवार, 03:02 एएम पर
अभिजित मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 56 मिनट से दोपहर 12 बजकर 37 मिनट तक
पूजा विधि
1. आज प्रात: स्नान के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें और उसके बाद मासिक कालाष्टमी व्रत और पूजा का संकल्प करें।
2. दिनभर फलाहार पर रहें और रात्रि के मुहूर्त में बाबा भैरवनाथ की पूजा करें। इसके लिए आप किसी भैरव मंदिर में जाएं या फिर घर पर ही उनको पूजन कर लें।
3. भगवान शिव और माता पार्वती के साथ काल भैरव की तस्वीर पूजा स्थान पर स्थापित करें। फिर तीनों को क्रमश: अक्षत्, फूल, फल, धूप, दीप, नैवेद्य आदि अर्पित करें. काल भैरव के लिए सरसों के तेल का चौमुखा दीपक जलाएं।
4. अब आप बाबा कालभैरव को इमरती, पानी, नारियल आदि का भोग लगाएं। फिर भैरव चालीसा का पाठ करें। उसके बाद उनकी आरती करें। भैरव बाबा से अपने दुखों को दूर करने की प्रार्थना करें।
5. सबसे अंत में आप भैरव बाबा के वाहन कुत्ते को रोटी और गुड़ खिलाएं। अगले दिन सुबह स्नान-दान के बाद आप पारण करके व्रत को पूरा करें।