स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि पृथ्वी की निचली कक्षा में निष्क्रिय उपग्रहों, छोड़े गए रॉकेट और अन्य कक्षीय कचरे के कारण बढ़ते अंतरिक्ष मलबे के प्रबंधन के लिए भारत ने उचित उपाय किए हैं। एक लिखित प्रश्न के उत्तर में सिंह ने कहा कि भारत की अंतरिक्ष एजेंसी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अंतर-एजेंसी अंतरिक्ष मलबा समन्वय समिति (आईएडीसी) का एक सक्रिय सदस्य रहा है और उसने सुरक्षित और टिकाऊ अंतरिक्ष संचालन के लिए आईएडीसी और संयुक्त राष्ट्र के दिशानिर्देशों के मुताबिक अपना योगदान दिया है।
उन्होंने कहा कि इसरो सिस्टम फॉर सेफ एंड सस्टेनेबल स्पेस ऑपरेशंस मैनेजमेंट (IS4OM) को अंतरिक्ष पर्यावरणीय खतरों से भारतीय अंतरिक्ष संपत्तियों की सुरक्षा के लिए, संबंधित अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए और बाहरी अंतरिक्ष की दीर्घकालिक स्थिरता पर जागरूकता बढ़ाने में योगदान देने के लिए भी चालू किया गया है।