स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने गुरुवार को कहा कि 'कृत्रिम' चीनी अधिकारियों के बजाय वह भारत के सच्चे और प्यार करने वाले लोगों से घिरे हुए, एक स्वतंत्र और खुले लोकतंत्र में अंतिम सांस लेना पसंद करेंगे। उन्होंने यह टिप्पणी हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला स्थित अपने आवास पर यूनाइटेड स्टेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ पीस (यूएसआईपी) की ओर से आयोजित युवा नेताओं के साथ दो दिवसीय संवाद के दौरान की। दलाई लामा ने कहा, 'मैंने पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कहा कि मैं और 15-20 साल जीवित रहूंगा, यह सवाल नहीं है। जिस समय मैं मरता हूं, मैं भारत में मरना पसंद करुंगा। भारत प्यार दिखाने वाले लोगों से घिरा हुआ है, कृत्रिम कुछ नहीं। दलाई लामा ने कहा, अगर मैं चीनी अधिकारियों से घिरा हुआ मरता हूं, वह बहुत कृत्रिम होगा। मैं इस देश में स्वतंत्र लोकतंत्र के साथ मरना पसंद करता हूं।