पुरातत्व विभाग ने बाराबनी के पुछड़ा गाँव का किया निरक्षण, बौद्ध इतिहास की है झलक

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पुरातत्व विभाग ने बाराबनी के पुछड़ा गाँव का किया निरक्षण, बौद्ध इतिहास की है झलक

राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज: पश्चिम बर्धमान जिले के बाराबनी विधानसभा अन्तर्गत पुछड़ा पंचायत के राजपाड़ा गांव में पाए गए प्रचीन काल के मूर्ति एंव अवशेषों की जांच एंव गाँव के निरक्षण के लिए आज पुरातत्व विभाग की टीम पहुँची। बताते चले कि आज से करीब दो साल पहले गांव में प्रचीन काल के मूर्ति एंव अवशेष मिला था, जिसके बाद ग्रामीणों ने पुरातत्व विभाग को एक चिट्ठी लिख क्षेत्र में आकर जाँच कर क्षेत्र में दबे इतिहास को सब के सामने रखने की अपील की थी। ग्रामीणो ने चिट्ठी में लिखा था कि गाँव में प्राचीन बौद्ध काल के कुछ चीजें पाई गई है, जो यहां मिट्टी के नीचे दबी हुई थी। आज केंद्रीय सरकार के पुरातत्व विभाग के अधिकारी पूछड़ा गांव पहुँचे एंव क्षेत्र का निरीक्षण किया।

इस संदर्भ में गांव के एक वरिष्ठ व्यक्ति ने कहा कि यह गांव बहुत पुराना है, यहां बौद्ध धर्म का इतिहास हो सकता है, जो करीब 2 हजार साल पुराना है। क्षेत्र में प्राचीन जमाने की कई इमारतें थी जो उस समय की ईंटों से तैयार की गई थी, जो चोरी हो गई। इतना ही नहीं इस गांव की जमीन के नीचे सोने का खजाना है, यह सोच कर कुछ लोग यहां खुदाई कर रहे थे, खुदाई के दौरान दो सांपों को देखकर वे भाग गये। उन्होंने बताया कि यहां बौद्ध धर्म का बेहद प्राचीन इतिहास है, अनुमान है कि जमीन में 516 फुट की खुदाई करने पर ही बौद्ध धर्म से जुड़ी प्राचीन मुर्ति एंव अवशेष मिल जाएंगी।

वहीं इस गांव के रहने वाले एक और व्यक्ति पार्थसारथी मुखर्जी ने कहा कि राजपाड़ा नामक इस गांव में बौद्ध धर्म से जुड़ा बेहद प्राचीन इतिहास है। जो सब के सामने आना चाहिए। आज से 2 साल पहले केंद्रीय सरकार के पुरातत्व विभाग को ग्रामीणो ने चिट्ठी लिखी थी। आज उनको खुशी है कि पुरातत्व विभाग के अधिकारी यहां आए और उन्होंने यहां का निरीक्षण किया। उन्होंने राज्य सरकार से भी इस दिशा में पहल करने का अनुरोध किया था कि इस गांव का जो बेहद प्राचीन इतिहास है वह सबके सामने आये। उन्होंने कहा कि यहां बौद्ध धर्म से जुड़ी कई सामग्रियां और यहां बौद्ध कालीन सभ्यता के काफी सारे सबूत अब भी मौजूद हैं। जिनका निरक्षण पुरातात्विक विभाग द्वारा किया गया है।