स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : चीन अमेरिकी वर्चस्व को चुनौती देने की कोशिश कर रहा है। हाल ही में नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने चीन के अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लक्ष्यों के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह चीन एक दिन चंद्रमा पर दावा कर सकता है। अन्य देशों को वहां शोध करने से रोक सकता है। लेकिन सवाल यह है कि क्या चीन वाकई ऐसा करना चाहता है और क्या कर सकता है।
कुछ चीनी अधिकारियों और सरकारी दस्तावेजों के अनुसार, चीन वर्ष 2027 तक एक स्थायी और अंतर्राष्ट्रीय सदस्य अंतर्राष्ट्रीय चंद्र अनुसंधान केंद्र का निर्माण करेगा। अंतरिक्ष सुरक्षा और चीन के अंतरिक्ष कार्यक्रम पर काम कर रहे दो विशेषज्ञों के बीच बातचीत में प्रकाशित एक लेख में इस सवाल पर विचार किया गया है। उनका मानना है कि न तो चीन और न ही कोई अन्य देश चांद पर कब्जा कर पाएगा।
बाहरी अंतरिक्ष में किसी भी देश के अधिकार का दावा उसके उपयोग के लिए या किसी अन्य कारण से नहीं किया जा सकता है। इस लिहाज से चीन अगर चांद पर कब्जा करने की कोशिश करता है तो उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिक्रिया देखने को मिल सकती है। लेकिन चीन अकेला ऐसा देश नहीं होगा जो चांद के दक्षिणी ध्रुव पर जाएगा।