भगवान विष्णु 4 माह तक कहां रहते हैं?

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Harmeet
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भगवान विष्णु 4 माह तक कहां रहते हैं?

एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: देवशयनी एकादशी के दिन से लेकर देवउठनी एकादशी तक भगवान विष्णु 4 माह के लिए योग निद्रा में रहते हैं। इस साल देवशयनी एकादशी 10 जुलाई दिन रविवार को है। देवशयनी एकादशी से चातुर्मास प्रारंभ होता है। चातुर्मास में कोई भी शुभ कार्य नहीं होता हैं। अब मन में प्रश्न उठता है कि भगवान विष्णु 4 माह तक कहां रहते हैं?



भगवान विष्णु की लीला का वर्णन भागवत पुराण में किया गया है कि भगवान विष्णु ने देवमाता अदिति और कश्यप ऋषि के घर एक ब्राह्मण बालक के रूप में जन्म लिया था और यह भगवान विष्णु का वामन अवतार था। य​​ह घटना उस समय की है जब असुरों के राजा बलि ने स्वर्ग पर अधिकार कर लिया। स्वर्ग पर फिर से देवतों का अधिपत्य हो, इसके लिए भगवान विष्णु ने वामन अवतार लिया। इसके बाद जब एक समय असुरराज बलि यज्ञ करा रहा था, तभी भगवान विष्णु अपने वामन अवतार में उस यज्ञ में पहुंचे। बलि अपने वचन का पक्का और दानी व्यक्ति था। भगवान विष्णु ने वामन अवतार में बलि से तीन पग भूमि मांगी। असुरों के गुरु शुक्राचार्य को यह बात थोड़ी अजीब लगी। तो उन्होंने बलि को चेताया। लेकिन वह नहीं माना और तीन पग भूमि दान में देने की बात कही। उसके पश्चात भगवान विष्णु ने विकराल स्वरूप धारण किया। फिर एक पग में देवलोक, दूसरे पग में भूलोक नाप दिया. उसके बाद बलि से पूछा कि तीसरा पग कहां रखूं। बलि ने कहा कि हे प्रभु! अब तो मेरा शीश ही शेष बचा है। आप अपना तीसरा पग इस पर रखें। तब भगवान विष्णु ने तीसरा पग उसके शीश पर रखा और भगवान विष्णु बलि की दान वीरता और वचनबद्धता से बहुत प्रसन्न हुए और उसे पाताल लोक का राजा बना दिया। साथ ही भगवान विष्णु ने बलि से वर मांगने को कहा। बलि न कहा कि प्रभु! मैं चाहता हूं कि जब भी सोकर आंखे खोलूं तो सबसे पहले आपके दर्शन हों। भगवान विष्णु ने तथास्तु कह दिया और बलि के साथ पाताल लोक में रहने लगे। तब माता लक्ष्मी ने बलि को अपना भाई बना लिया। जिसके परिणाम स्वरुप बलि ने भगवान विष्णु को उनके वचन से मुक्त कर दिया। तब भगवान विष्णु ने बलि से कहा कि वे साल के 4 मास पाताल लोक में निवास करेंगे, वही मान्यता है कि चातुर्मास के समय में भगवान विष्णु पाताल लोक में रहते हैं।