1 जुलाई से कौन सा बड़ा बदलाव जेब पर पड़ेगा भारी ?

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Harmeet
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1 जुलाई से कौन सा बड़ा बदलाव जेब पर पड़ेगा भारी ?

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: 1 जुलाई से सिर्फ महीना ही बदल नहीं रहा है बल्कि आर्थिक क्षेत्र से जुड़े और भी कई बदलाव हो रही हैं। इसका सीधा असर आपके जीवन और जेब पर पड़ेगा। नए निवेश नियमों का क्रियान्वयन और रसोई गैस और सीएनजी की कीमतों में बदलाव शामिल हैं। साथ ही एनर्जी रेटिंग, कुछ दोपहिया वाहनों की कीमत, कारोबारियों को मिले उपहारों टीडीएस और एनएफटी या डिजिटल मुद्राएं पर टैक्स।



सरकारी पेट्रोलियम कंपनियां हर 15 दिन में एलपीजी के दाम की समीक्षा करती हैं और वैश्विक बाजार भाव के हिसाब से इसकी कीमत बढ़ाती या घटाती हैं। 1 जुलाई को इनकी कीमतों में बदलाव होगा जो बढ़ या घट सकता है। एलपीजी की तरह सरकारी कंपनियां भी सीएनजी यानी कंप्रेस्ड नेचुरल गैस की कीमत में बदलाव कर सकती हैं। सीएनजी के अलावा हवाई ईंधन की कीमतें भी बढ़ सकती हैं। 1 जुलाई से एसी के लिए एनर्जी रेटिंग नियमों में बदलाव किया है। इससे एसी की कीमतें 10% तक बढ़ सकती हैं। दरअसल, नए नियम के बाद एसी की 5 स्टार रेटिंग 4 स्टार में बदल जाएगी। इसके अलावा हीरो मोटोकॉर्प समेत कुछ दोपहिया वाहनों की कीमतें भी बढ़ सकती हैं।



1 जुलाई से कारोबारियों को मिले उपहारों पर 10 फीसदी की दर से टीडीएस देना होगा। यह टैक्स सोशल मीडिया प्रभावितों और डॉक्टरों पर भी लागू होगा। डॉक्टरों को कंपनियों और चिकित्सा प्रतिनिधियों से मिले तोहफे पर भी टीडीएस देना होगा। कंपनी द्वारा पेश किए जाने वाले मार्केटिंग उत्पादों को बनाए रखते हुए सोशल मीडिया प्रभावितों को टीडीएस का भुगतान करना होगा। उत्पाद वापस करने पर टीडीएस नहीं लगेगा। साथ ही आयकर विभाग ने वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के लिए टीडीएस नियमों का नोटिस जारी किया है कि 1 जुलाई, 2022 के बाद अगर एक साल में क्रिप्टो करेंसी के लिए 10,000 रुपये से ज्यादा का लेन-देन किया जाता है, तो उस पर एक फीसदी शुल्क लगाया जाएगा। सभी एनएफटी या डिजिटल मुद्राएं इसके दायरे में आएंगी।