आखिर रथ यात्रा क्यों मनाई जाती है?

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आखिर रथ यात्रा क्यों मनाई जाती है?



स्टाफ रिपोर्टार एएनएम न्यूज़ : भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का पर्व हर वर्ष मनाया जाता है। इस पर्व को मनाने के पीछे कुछ मान्यताएं है। जिसमें से सर्वप्रचिलित मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ की बहन सुभद्रा नें भगवान जगन्नाथ जी से द्वारका दर्शन करने की इच्छा जाहिर की जिसके फलस्वरूप भगवान ने सुभद्रा को रथ से भ्रमण करवाया तब से हर वर्ष इसी दिन जगन्नाथ यात्रा निकाली जाती है।



भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के लिए तीन रथ तैयार किये जाते हैं। रथ यात्रा में सबसे आगे श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम का रथ रहता है जिसमें 14 पहिये रहते हैं और इसे तालध्वज कहते हैं, दूसरा रथ 16 पहिये वाला श्रीकृष्ण का रहता है जिसे नंदीघोष या गरूणध्वज नाम से जाना जाता है और तीसरा रथ श्रीकृष्ण की बहन सुभद्रा का रहता है जिसमें 12 पहिये रहते हैं और इसे दर्पदलन या पद्मरथ कहा जाता है। तीनों रथों को उनके रंग और लंबाई से पहचाना जाता है।