स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: क्या पुलिस की निष्क्रियता के कारण बीरभूम के रामपुरहाट के बुकतई गांव में हिंसा के बाद मौतें हुईं? प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, बीरभूम पुलिस ने सोमवार शाम को शुरू हुई हिंसा को गंभीरता से नही लिया। भवानी भवन स्थित राज्य पुलिस मुख्यालय के सूत्रों ने बताया कि हिंसा की पहली खबर दोपहर में रामपुरहाट थाने में पहुंची।
शुरुआती खबरों के मुताबिक पुलिस ने शुरुआत में मामले को गंभीरता से नहीं लिया। मारपीट में तीन लोग घायल हो गए। टीएमसी नेता, जो स्थानीय ग्राम पंचायत के उप प्रमुख हैं, ने दम तोड़ दिया और उनकी मृत्यु हो गई। उसकी मौत की खबर थाने पहुंचने के बाद भी अधिकारियों ने स्थिति की गंभीरता पर कोई खास तब्बजो नहीं दी। हालांकि बीरभूम के पुलिस अधीक्षक नागेंद्र त्रिपाठी को सोमवार रात मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया गया लेकिन उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को बताया कि स्थिति नियंत्रण में है। दरअसल त्रिपाठी ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि वह मंगलवार सुबह घटनास्थल का दौरा करेंगे। थाना प्रभारी और एसडीपीओ, रामपुरहाट ने भी शुरुआती दौर में मामले को बेहद हल्के में लिया।