घर वापसी पर तृणमूल बागी नेता को मिला टिकट : Salanpur TMC

2021 में विधानसभा चुनाव में पार्टी का विरोध करने एंव पार्टी नेताओं को लेकर भदी टिप्पणी करने के आरोप में सभी पदों से हटा कर तृणमूल कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था।

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Jagganath Mondal
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TMC rebel leader

राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज, सालानपुर : कहते है राजनीति का कोई रंग और समय नही होता है। जिधर लाभ उधर ही नेता। इसका उदाहरण हमें अक्सर देखने को मिलता है, जहाँ केन्द्र से लेकर राज्य स्तर की सभी पार्टियों के नेता अपने लाभ को देख कर कभी ये तो कभी वो पार्टी में फेरबदल करते रहते है। सालानपुर (Salanpur) ब्लॉक में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के बागी नेता (rebel leader) जिन्हें दो साल पहले तृणमूल कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर निकाल दिया गया था, आज उनकी अचानक घर वापसी हुई, ऐसे नेता जिन्होंने ने कभी भाजपा के साथ मिल कर बाराबनी (Barabani) विधायक बिधान उपाध्याय तक को विधानसभा चुनाव में हराने की जीतोड़ कोसिश की एंव ब्लॉक के तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के बारे में अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगा था। मंगलवार ऐसे नेता को तृणमूल ने प्रखंड पंचायत समिति से टिकट दे कर सब को चौका दिया। हालांकि टिकट देने के बाद से तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेता एंव कार्यकर्ता नाराज भी है। बता दे कि तृणमूल कांग्रेस के इस नेता का नाम सिद्धार्थ चटर्जी उर्फ मम्पी है, जो प्रखंड के युवा तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष एंव रूपनारायणपुर (Rupnarayanpur) पंचायत के उपप्रधान पद पर रह चुके है जिन्हें 2021 में विधानसभा चुनाव में पार्टी का विरोध करने एंव पार्टी नेताओं को लेकर भदी टिप्पणी करने के आरोप में सभी पदों से हटा कर तृणमूल कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था। लेकिन पंचायत चुनाव में तृणमूल कांग्रेस से सिद्धार्थ चटर्जी को एक बार फिर पंचायत समिति से टिकट दिया गया है। 

उन्हीने मंगलवार नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया है। हालांकि नामांकन पत्र दाखिल कर केन्द्र से बाहर निकलते समय सिद्धार्थ चटर्जी से पत्रकारों ने फिर से तृणमूल कांग्रेस में वापसी एंव टिकट दिये जाने को लेकर पूछा तो वो कुछ भी कहने के बजाय भागते दिखे। वही इस संदर्भ में बाराबनी विधायक बिधान उपाध्याय ने कहा कि अपनी गलतियों के लिये सिद्धार्थ चटर्जी पार्टी से माफी मांग चुके है। सिद्धार्थ को बहुत पछतावा है, वह अपनी गलती के करण घर से बाहर नही निकल रहे थे, इसलिये फिर से उन्हें पार्टी में जगह दी गई है। फिर से टिकट दिये जाने के बिषय में श्री उपाध्याय ने बताया कि सिद्धार्थ का पूरा परिवार कांग्रेस एंव तृणमूल कांग्रेस से ही था। इसलिए पार्टी ने उन्हें माफ कर दिया और उन्हें फिर से जगह दिया गया है।