टोनी आलम , एएनएम न्यूज़: रविवार को परिहारपुर फुटबॉल कमेटी द्वारा आयोजित फुटबॉल टूर्नामेंट का फाइनल मैच खेला गया। फाइनल मैच झारखंड चिचुरबिल सुल्तानपुर यूनाइटेड क्लब और जामुड़िया बागान धौड़ा के बीच हुआ जिसमे झारखंड चिचुरबिल सुल्तानपुर यूनाइटेड क्लब ने जामुड़िया बागान धौड़ा को एक शुन्य से हराकर फाइनल मुकाबला जीत लिया। इस मौके पर विशेष अतिथि के रुप में जामुड़िया के विधायक हरेराम सिंह, जामुड़िया बोरो 1 प्रशासक दिव्येदु भगत, श्रीपुर फाड़ी के प्रभारी सोमेन बनर्जी उपस्थित थे। इस दौरान सभी अतिथियों ने फुटबॉल प्रतियोगिता का भरपूर आनंद लिया। विजेता टीम को जामुड़िया बोरो 1 प्रशासक दिव्येदु भगत और श्रीपुर फाड़ी के प्रभारी सोमेन बनर्जी ने ट्रॉफी और 50,000 रुपये नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। वही उपविजेता जामुड़िया बागान धौड़ा टीम को ट्रॉफी और 40,000 रुपये नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। बिशु टुडु को मैन ऑफ द मैच और मोहम्मद मेराज को गोलकीपर आफ द फाइनल मैच चुना गया। इस मौके पर श्रीपुर फाड़ी प्रभारी ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खेल को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक सहायता दे रही है वही फुटबॉल में नौजवानों को अपने हुनर को निखार ने के लिए सभी खिलाड़ी को प्रशिक्षण देने के लिए आर्थिक सहायता दे रही है। आज राज्य भर में फुटबॉल को प्राथमिकता दी जा रही है। इसलिए शहर हो या ग्रामीण क्षेत्र सभी जगह फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। हम लोगों ने समय-समय पर सभी जगह पर फुटबॉल मैच का सफल आयोजन किया है और आगे भी इसी तरह फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इस प्रतियोगिता के आयोजन में जमुड़िया द लाईफ फाउंडेशन की अहम भूमिका रही। इस संगठन के प्रमुख शेख सदरुद्दीन ने कहा कि फुटबॉल जैसे खेलों से पूरे शरीर की कसरत होती है और एक स्वस्थ शरीर में ही एक स्वस्थ दिमाग़ का वास होता है। इसलिए खेलों और खिलाड़ियों को बढ़ावा देना बेहद जरुरी है। कार्यक्रम के दौरान पूर्व चेयरमैन शेख शानदार तृणमूल कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष साधन राय, ब्लॉक युवा अध्यक्ष मृदुल चक्रवर्ती, युवा नेता प्रेमपाल सिंह, क्लब के अध्यक्ष सैबुल सागा, सचिव शेख अजीम सारेक सागा, शेख हासन शेख, काजोल मोहम्मद जियाउद्दीन शेख शाहाबाज़, शेख ज़ियरुल, शेख सदरुद्दीन, शेख निहाल फहीम अंसारी, शेख नसीबुल आजाद हुसैन, नकुल रुईदास सलाउद्दीन खान, बबलु पोद्दार, सारेक सागा, शेख फिद्दुस, विनय बाउरी और शेख सादेक थे।