एएनएम न्यूज, ब्यूरो: असम राज्य के कछार ज़िले में कछार गांव के दूर इलाके में रहनेवाले नवीं कक्षा के छात्र मृणाल नमशूद्र ने एक बार फिर साबित कर दिया कि कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती। कछार जिले के सिलचर शहर से लगभग 25 किमी दूरी पर बसा है एक छोटा सा गाँव कंचनपुर। इस उस गांव में जाने के लिए आपको कच्ची-पक्की सड़क होकर जाना पड़ेगा जिसके दोनों ओर केवल पानी ही पानी नजर आएगा। इलाके में बिजली तो है पर नदारद ही रहती है, शुद्ध पेयजल यहाँ के लोगो के लिए सपना है। यहाँ की स्वस्थ व्यवस्ता की स्थिति डामाडोल है।
लेकिन यह गाँव आज सुर्खियों में है और वह भी एक अनोखे बच्चे की वजह से जिसका नाम है मृणाल नमसुद्र। इस गरीब घर के प्रतिभावान लड़के ने बनाया है रोबोट और यह रोबोट विभिन्न सवालों के जवाब दे रहा है। भारत के प्रधानमंत्री का नाम हो या असम के मुख्यमंत्री का यह रोबोट पालक झपकते बांग्लादेश समेत विभिन्न देशों के मंत्रियों का नाम बता देता हैं। कवि रवीन्द्रनाथ के बारे में पूछे जाने पर वह कवि सहित विभिन्न लेखकों की कहानी बखूबी बता रहा हैं। मृनाल का सपना आने वाले दिनों में कुछ बड़ा है और इस पर अपना पहला कदम बढ़ाते हुए मृणाल ने पिछले लॉकडाउन में रोबोट नाम की फिल्म देखकर रोबोट बनाया। मृणाल अभी अपने रोबोट और विकसित कर रहे है। जैसे ही मृणाल के आविष्कार की खबर चारों तरफ पहुंची, शहर के कई जाने-माने लोग उनके घर की ओर दौड़ पड़े। नेता और समाज सेवको को आये दिन उनके घर पर देखा जा सकता है। मृणाल की इस कामयाबी से इलाके के लोगो में खुशी की लहर है।
(यह एक स्थानीय स्वतंत्र पत्रकार की लेख है जिसकी पुष्टि एएनएम न्यूज नहीं करता)